30 अगस्त 2023 - 08:27
ट्यूनेशिया की दो टूक, इस्राईल से संबंध, यह शब्द भी हमारी डिक्शनरी में नहीं

राष्ट्रपति सईद ने कहा: फ़िलिस्तीन की भूमि को उसके लोगों को लौटाना एक स्वाभाविक मुद्दा है। फ़िलिस्तीनी लोगों को अल-कुद्स को राजधानी के साथ फ़िलिस्तीनी राष्ट्र के गठन सहित अपने सभी अधिकार प्राप्त करने होंगे।


ट्यूनीशियाई राष्ट्रपति क़ैस सईद ने दुनिया भर में देश के नए राजदूतों के साथ बैठक करते हुए इस बात पर ज़ोर दिया कि अवैध राष्ट्र इस्राईल से संबंधों को सामान्य करने जैसे शब्द का उनके लिए कोई मतलब नहीं है।

उन्होंने कहा: हालाँकि फ़िलिस्तीन के पास एक राजदूत है, हमें फ़िलिस्तीनी लोगों के अधिकारों को नहीं भूलना चाहिए। फ़िलिस्तीन मुद्दा हमारी उम्मत का मुख्य और केंद्रीय मुद्दा है। मुझे इस्राईल से रिश्तों को सामान्य करने की बात करने वाले किसी भी व्यक्ति को बताना होगा कि यह शब्द मेरे शब्दकोश में मौजूद ही नहीं है।

राष्ट्रपति सईद ने कहा: फ़िलिस्तीन की भूमि को उसके लोगों को लौटाना एक स्वाभाविक मुद्दा है। फ़िलिस्तीनी लोगों को अल-कुद्स को राजधानी के साथ फ़िलिस्तीनी राष्ट्र के गठन सहित अपने सभी अधिकार प्राप्त करने होंगे।

गौरतलब है कि लीबिया के विदेश मंत्री नजला अल-मंगौश और उनके ज़ायोनी समकक्ष एली कोहेन के बीच इटली में आधिकारिक बैठक की खबर लीक होने के बाद से इस देश के राजनीतिक और सार्वजनिक हलकों में विरोध की लहर दौड़ गई है।

हालाँकि लीबिया के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी करते हुए दावा किया था कि यह बैठक अनौपचारिक और आकस्मिक थी। जबकि ज़ायोनी समाचार पत्र यदीऊत अहारोनोत ने अपने राजनीतिक सूत्रों के हवाले से कहा कि यह बैठक आकस्मिक नहीं थी, बल्कि लीबिया और इस्राईल के शीर्ष अधिकारियों की संपूर्ण योजना के बाद हुई थी।